Udiliv 300 Tablet Uses in Hindi – उडीलिव 300 टैबलेट मुख्य रूप से लिवर से जुड़े विकारों के इलाज के लिए उपयोग की जाती है। इस दवा का उपयोग पित्त की पथरी के उपचार में भी किया जाता है, जो पथरी को तोड़ने और बनने से रोकने में मदद करती है। फैटी लिवर और लिवर सिरोसिस के इलाज में विशेष रूप से इस दवा का उपयोग किया जाता है।
उडीलिव 300 टैबलेट की जानकारी
उडीलिव 300 टैबलेट में एक प्रकार का एसिड होता है, जो शरीर में बने कोलेस्ट्रॉल के कणों को पथरी में बदलने से रोकता है। इससे पथरी का खतरा कम हो जाता है। अगर आपके पित्ताशय में छोटे-छोटे पथरी के कण हों तो यह दवा उन्हें आसानी से गला देती है। उडीलिव 300 एक हेपेटोप्रोटेक्टिव दवा (hepatoprotective drug) है, जो ब्लड में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने में मदद करती है और पथरी को खत्म करती है। लेकिन ध्यान रहें, अगर आपकी पथरी ज्यादा बड़ी है, तो ऑपरेशन की आवश्यकता हो सकती है। इसके लिए आपको डॉक्टर से परामर्श लेना पड़ेगा।
उडीलिव 300 टैबलेट के लाभ
यह दवा व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी साबित होती है। उडीलिव 300 का उपयोग मुख्य रूप से निम्नलिखित बीमारियों के इलाज में किया जाता है।
पित्ताशय में पथरी हेतु:
अगर आपके पित्ताशय में पथरी है तो यह दवा आपके लिए कारगर हो सकती है। दरअसल यह दवा पथरी के छोटे कणों को आसानी से गला देती है। जिससे आपकी पथरी ठीक हो सकती है।
सिरोसिस हेतु:
इस बीमारी में लिवर में सूजन हो जाती है। और यह दवा लिवर की उस सूजन को कम करने में सहायता करती है। दरअसल अधिक मात्रा में एल्कोहल का सेवन करने से यह बीमारी होती है।
फैटी लिवर हेतु:
यह दवा फैटी लिवर के रोगियों के इलाज हेतु भी उपयोगी होती है। अर्थात लिवर से जुड़ी बीमारियों में भी इस दवा का उपयोग किया जाता है।
उडीलिव 300 टैबलेट की खुराक
- 1. हर व्यक्ति की दवा की खुराक अलग-अलग होती है, क्योंकि यह डॉक्टर द्वारा उनके रोग, शारीरिक संरचना और उनकी स्थिति के आधार पर निर्धारित की जाती है। इसलिए इस दवा का उपयोग करने से पहले चिकित्सक से सलाह ले लेनी चाहिए।
- 2. वयस्क लोग इस दवा को दिन में 2-3 बार ले सकते हैं। इससे अधिक बार इसका सेवन करने से व्यक्ति को नुकसान हो सकता है।
- 3. उडीलिव 300 टैबलेट बाजार में बहुत ही आसानी से उपलब्ध है। परन्तु इस दवा का सेवन चबाकर नहीं करना चाहिए। आप इसे पानी के साथ ले सकते हैं। इसके अलावा, सेवन संबंधी ज्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए, उपभोग से पहले इस दवा के पैकेट को ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए या डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
- 4. न तो कभी इस दवा का उपयोग बिना चिकित्सक की सलाह के शुरु करें और न ही उसकी सलाह के बंद न करें।
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उडीलिव 300 टैबलेट का इस्तेमाल कैसे करें?
- 1. जब आप उडीलिव 300 को दवाई घर (मेडिकल स्टोर या फार्मेसी) से खरीदें, तो सबसे पहले उसकी समाप्ति तिथि (एक्सपायरी डेट) की जांच करें।
- 2. उडीलिव 300 को तोड़कर या चबाकर नहीं खाना होता है। इसे आप पानी के साथ ले सकते हैं।
- 3. डॉक्टर द्वारा बताए गए दिशा-निर्देशों के साथ दवा का पालन करें। क्योंकि डॉक्टर बीमारी, शरीर के वजन और उम्र के आधार पर आपकी खुराक को निर्धारित करता है।
- 4. उडीलिव 300 टैबलेट का जल्दी और अच्छा प्रभाव पाने के लिए इसका नियमित रूप से सेवन करें। अत: डॉक्टर द्वारा बताए गए कोर्स को पूरा करें।
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उडीलिव 300 टैबलेट कैसे काम करती है?
मुख्य रूप से उडीलिव 300 टैबलेट का उपयोग पित्ताशय की पथरी (gallstones) का उपचार और उसकी रोकथाम हेतु किया जाता है। इसमें अर्सोडिऑक्सीकोलिक एसिड का समायोजन होता है, जो प्राकृतिक रूप से शरीर में पाया जाने वाला पित्त अम्ल होता है। उडीलिव टैबलेट शरीर में कोलेस्ट्रॉल को गलाने में मदद करती है, जिससे पित्त की पथरी का निर्माण कम होता है। इसके अलावा यह दवा लिवर में कोलेस्ट्रॉल के उत्पादन को भी रोकती है। स्टोन को पूरी तरह से घुलने में कुछ महीनों का समय लग सकता है, इसलिए इस दवा को नियमित रूप से लेने की आवश्यकता होती है। इस दवा का इस्तेमाल अन्य प्रकार की स्थितियों अर्थात रोगों के लिए भी किया जा सकता है, जो चिकित्सक द्वारा निर्धारित किए जाते हैं। इसके अलावा उडीलिव 300 टैबलेट अन्य प्रकार के पित्त एसिड के स्तर को भी कम करने में भी कारगर है।
उडीलिव 300 टैबलेट किडनी स्टोन के इलाज में
उडीलिव 300 टैबलेट में अर्सोडिऑक्सीकोलिक एसिड नामक एक सक्रिय घटक होता है, जो पथरी को टूटने में मदद करता है। इसलिए इस दवा का उपयोग किडनी स्टोन के उपचार के लिए किया जा सकता है। परन्तु हम इसकी पुष्टि नहीं करते। इसलिए गुर्दे की पथरी होने पर इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
दरअसल उडीलिव टैबलेट एक फॉस्फेट बाइंडर होती है, जो मूत्र में उच्च मात्रा में फॉस्फेट होने पर इसे बाधित करने में मदद करती है। यह दवा फॉस्फेट के स्तर को कम करने में मदद करती है। जोकि किडनी स्टोन का एक कारण होता है।
उडीलिव टैबलेट लेने की सलाह डॉक्टर या विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा ली जानी चाहिए। क्योंकि डॉक्टर्स आपके मेडिकल इतिहास और वर्तमान स्थिति के आधार पर इस दवा के उपयोग की सलाह आपको देंगे। इसलिए उडीलिव टैबलेट का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें।
उडीलिव 300 टैबलेट के नुकसान
यदि किसी दवा का सेवन सही तरीके से नहीं किया जाए, तो उससे दुष्प्रभाव (साइट-इफेक्ट्स) होने के चांस होते ही हैं। वहीं, यदि आपको उस दवा या उसके तत्वों से किसी प्रकार की एलर्जी हो तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करने के बाद ही उस दवा का सेवन करना चाहिए। नीचे उडीलिव 300 टैबलेट से होने वाले साइड इफेक्ट्स (दुष्प्रभाव) के कुछ लक्षण बताए गए हैं, जो आपको ध्यान में रखने चाहिए। अगर आपको इन लक्षणों में से किसी का भी अनुभव होता है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
- 1. कब्ज की दिक्कत।
- 2. दस्त (डायरिया) होना।
- 3. उल्टी एवं मितली।
- 4. नाक बंद होना।
- 5. सिरदर्द होना।
- 6. सिर घूमना या चक्कर आना।
- 7. खराब या काले मल की समस्या।
- 8. मल में खून आना आदि।
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उपरोक्त लक्षणों के अलावा भी Udiliv 300 Tablet (उडीलिव 300 टैबलेट) के कुछ अन्य लक्षण सामने आ सकते हैं। यदि आपको कोई विशेष लक्षण दिखाई दे, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
अक्सर पूछे जानें वाले सवाल (FAQS)
अगर आप उडीलिव 300 टैबलेट लेना भूल जाएं तो?
यदि आप उडीलिव टैबलेट की खुराक लेना भूल गए हों तो जब आपको याद आता है, तब आपको जल्द से जल्द अपनी छूटी हुई खुराक ले लेनी चाहिए। लेकिन यदि पहले से ही दूसरी खुराक का समय हो गया है, तो दुगुनी खुराक लेने से बचना चाहिए और एक समय पर केवल एक ही खुराक का सेवन करना चाहिए। क्योंकि एक समय पर दवा की अधिकता के कारण दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।
उडीलिव टेबलेट का क्या काम है?
उडीलिव 300 टैबलेट पित्ताशय में पथरी, फैटी लिवर और सिरोसिस जैसी समस्याओं को रोकने और उनका इलाज करने के लिए उपयोग की जाती है।
क्या उडीलिव 300 फैटी लिवर को ठीक करता है?
हां, उडीलिव 300 फैटी लिवर वाले रोगियों के उपचार के लिए लाभप्रद साबित होती है। अत: लिवर से जुड़ी समस्याओं के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
क्या मैं उडीलिव 300 को दिन में दो बार ले सकता हूं?
हां, आमतौर पर उडीलिव 300 को दिन में दो बार लिया जाता है। लेकिन इसकी दो खुराक के बीच कम से कम 4-6 घंटों का अंतर जरूर होना चाहिए। इसके अलावा यदि आपको कोई समस्या या संदेह हो तो आप अपने डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते हैं।
उडीलिव 300 से लिवर कितने दिन में ठीक हो जाता है?
उडीलिव 300 से लिवर ठीक होने की अवधि विभिन्न व्यक्तियों के स्वास्थ्य और समस्या के आधार पर भिन्न-भिन्न होती है। ऐसे में इस सवाल का जवाब देना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इसलिए, लिवर को ठीक करने के लिए आपको धैर्य रखने और डॉक्टर द्वारा बताई गई खुराक के अनुसार उडीलिव 300 का नियमित उपयोग करने की आवश्यकता होगी।
फैटी लिवर के लिए सबसे बढ़िया दवाई कौन सी है?
फैटी लिवर के लिए सबसे अधिक अध्ययन की गई दवा अर्सोडिऑक्सीकोलिक एसिड (UDCA) है। UDCA फैटी लिवर के इलाज में सक्रिय रूप से उपयोग की जाती है। इसके अलावा, विभिन्न आयुर्वेदिक दवाओं, पौष्टिक तत्वों और व्यायाम के माध्यम से भी फैटी लिवर को नियंत्रित किया जा सकता है। लेकिन इस बात की जांच करने के लिए कि, आपके लिवर के लिए कौन सी दवा सबसे उपयुक्त हो सकती है, आपको अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
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