हर व्यक्ति के शरीर में कहीं ना कहीं तील होता है, अब वो आपको सिर से लेकर पैर तक कहीं भी हो सकता है। इसे सामान्य भाषा में स्किन की ग्रोथ कहा जाता है। यह किसी को तो हल्के भूरे रंग के होते है और किसी गहरे काले रंग के होते है। इसका सख्या 10 से 40 के अंतर्गत होती है। तो चलिए तिल के बारें में थोड़ी और जानकारी लेते है। तिल क्या है, यह कैसे होता है और क्या ये हमारे शरीर के लिए सही है या गलत…   

तिल का अर्थ, प्रकार, लक्षण – Mole Meaning in Hindi


तिल – Mole Meaning in Hindi


 

तिल सबके शरीर पर कहीं ना कहीं होता है। तिल काले रंग या कुछ लोगो को हल्के भूरे रंग के होते हल्के भूरे रंग के होते है। और अगर ये अपकी त्वचा पर उभर जाते है तो उन्हें मस्सा कहा जाता है। और मडिकल भाषा मेंं अकेले मस्से को नेवस कहते है। और अगर ये एक से ज्याद हो तो मस्सों को नेवी कहा जाता है।  तो चलिए अब बात करते है कि तिल कितने प्रकार के होते हैं।

तिल तीन तरह के होते है। ये कब-कब होते हैं, और तिल से हमारे शरीर पर क्या असर पड़ता है। तो चलि जानते हैं इसके बारें में…

सबसे पहले आता है जन्मजात मस्से –

यह मस्से या तिल होते हैं जो बच्चे के जन्म के समय से होते है। एक सर्वे के अनुसार 100 बच्चों में से यह 1 बच्चे को जरुर होता है। और ज्यादातर देखा जाए तो ये बच्चो की त्वचा से मिले होते है। और कुछ में रंग बदल जाता है। लेकिन आपको बता दें कि जन्म के होने वाले तिल कैंसर का कारण नहीं बनते है। 

दूसरा आता है एक्वायर्ड मोल्स –

यह वो तिल और मस्से होते है जो जन्म से नही होते, जन्म के बाद होने वाले तिल को एक्वायर्ड मोल्स कहा जाता है। यह तिल ज्यादातर हल्के भूरे रंग के होते है। बहुत बार ऐसा होता है किसी  किसी की त्वचा धूप में खराब हो जाती है तो भी तिल हो सकते है।  लेकिन जैसे जैसे आपरी उम्र बढ़ती रहती है तो यह हल्के काले रंग के होने लगते है। 

अब आता  है सबसे आखिर में अनियमित मोल्स –

इस तिल में कैंसर होने का खतरा ज्यादा होता हैयह सामान्य मस्सो से थोड़े अगल होत है, इन तिल का आकार बाकि तिल से थोड़े अगल होते है। इन तिल का रंग बाकि तिल से गहता होता है। तो ये तो हो हए कि तिल कितने प्रकार के होते है। अब आते हैं इनके लक्षण के बारें में…

बहुत बार आपने देखा होगा कि भरे रंग के होते है। लेकिन बहुत बार ऐसा होता है कि इनकी आकृति, रंग और आकार अलग होता है।

तिल ज्यादातर अंडे के आकार के होते है।  इनका आकार क 1.4 इंच और 6 मिलीमिटर के आस पास के होते है। लेकिन कुछ को जन्म से तिल होते है, तो इनका आकार बाकि तिल के हिसाब से होता है। ये  ज्यादातर चेहरे, हाथ-पैर मे  फैलने लगते है। ये 50 की उम्र तक होते है। बहुत बार किशोरावस्था में हार्मोन परिवर्तन होने की वजह से भी हो जाते है। 

आपको बता दें कि तिल से कैंसर होने का खतरा ज्यादा होता है। इसमें तिल, मस्सा या कोई मेलेनोमा या अन्य स्किन कैंसर है या नहीं…

मस्सा या स्पॉट असल में मेलेनोमा या फिर स्किन कैंसर का संकेत है। आइए जानते है… 

मस्सों / तिल के उपचार, सर्जरी के लाभ और रिकवरी का समय

सबसे जरूरी बात ये है की सर्जरी के बाद निशान रहने का भी ड़र रहता है। सर्जरी के बाद अगर आपको लगे की मस्से का रंग बदल रहा है तो, डॉक्टर के पास तुरंत जा के दिखा लें, कोई भी लापरवाही ना करें।

अगर आप खुद किसी कोृ हटाना चाहते है तो आप कॉस्मेटिक सर्जरी करा सकते है। इसके अलावा डर्मेटोलॉजिस्ट की बात कि जाए तो इसमें मस्से स्थायी रूप से हटाये जाने की व्यवस्था की जाती है। और अगर किसी मस्से के वजह से जलन या खुजली हो रही है तो उस हिस्से को साफ रखें, इसके बाद भी मस्सा ठीक नही हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर के पास जा कर सलाह लें। 

ग्लैम्यो तिल हटाने के इलाज में कैसे मदद करता है

अगर आपको भी तिल हटाने का इलाज कराना है तो आप ग्लैम्यो हेल्थ की सहायता से इलाज करा सकते है। क्योंकि ग्लैम्यो हेल्थ कॉस्मेटिक सर्जरी के लिए सबसे बेहतरीन मल्टी-स्पेशियलिटी हेल्थकेयर सेवा देनेवाला है। ग्लैम्यो हेल्थ श्रेष्ठ लेजर तकनीक खतना जैसे उपचार के लिए तुरंत आपको सेवाएं प्रदान करता है, क्योंकि यह अक दिन में आपको घर जाने की अनुमति दे देता है। और साथ आपके आने जाने की व्यवस्था करता है। 

सर्जरी के बाद तिल से बचने के लिए क्या खांए क्या नहीं

सर्जरी के बाद तिल से बचने के लिए इन आहार का सेवन करें। 

जैसे:- दाल, अनाज, मूंग, मसूर, अरहर, लौकी, नारियल पानी, फले व सब्जियां आदि खानी चाहिए। 

 तिल की सर्जरी के बाद इन आहार का सेवन बिल्कुल ना करें 

जैसे: मैदा, दाल, उड़द, राजमा, छोले, मिठाइयां व बेकरी उत्पाद आदि।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

तिल हटाने की तकनीक के विभिन्न प्रकार क्या हैं?

तिल हटाने के विभिन्न प्रकार है जैसे – आलू, शहद, पपीता, अनानस, प्याज और नींबू आदि।

खून बहने वाले मॉल का इलाज कैसे करें?

अगर किसी के तिल में खून बह रहा है तो ऐसी स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए या एम्बुलेंस को बुला लेना चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह के कुछ ना करें।

क्या तिल खुजलाने से होता है कैंसर?

हां तिल को बहुत ज्यादा खुजाने के कैंसर हो सकता है। इस बात का अवश्य ध्यान दे। और तिल को खनजाने से बचें। 

शरीर पर तिल होने का क्या कारण है?

शरीर पर तील जब होता है तब त्‍वचा की कोशिकाएं फैलने की जगह एक जगह पर जमा हो जाती है। तो शरीर पर तिल हो जाते है । 

मोल्स वास्तव में क्या हैं?

मोल्स वास्तव में स्किन की ग्रोथ कहा जाता है।

क्या तिल हटाने की सर्जरी वास्तव में प्रभावी है?

तिल हटाने चाहते है तो आप अपने घर में तिल को हटा सकते है। आइए जानते हैं किस किस से तिल से हटा सकते है। आलू. नींबू, पपीता , प्याज आदि।

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