Hernia Belt in Hindi – जब आपके शरीर पर पेट के आस पास ऊतक उभर कर नज़र आने लगे। उस स्थिती को हर्निया कहा जाता हैं।

यह मांसपेशी के कवच के बाहर आने लगता है। इसे जब आप छूते हैं तो इसमें दर्द होने लगता है, या फिर छूते समय ये उभरा हुआ ऊतक अंदर जाने लगता है। 

जब आप हर्निया की सर्जरी करा लेते हैं तब डॉक्टर एक अच्छी बेल्ट का इस्तेमाल करने के लिए कहते हैं, जिससे सर्जरी वाली जगह पर हंसने या खासने से सर्जरी वाली जगह पर ज्यादा असर ना पड़े। इससे रोगी अच्छी तरह और जल्द ठीक हो जाता है। कभी – कभी रोगी की हालत देख कर डॉक्टर रोगी को पहले से ही बैल्ट लगाने के लिए कह देते हैं। इसके इस्तेमाल से हर्निया को रोक सकते हैं।

हर्निया बेल्ट के फायदे?

हर्निया बेल्ट के इस्तेमाल से जटिलताओं को कम कर सकते हैं। 

  1. 1. इस बेल्ट से ऊतक को बढ़ने से रोका जा सकता है। 
  2. 2. सर्जरी कराने के बाद हर्निया बेल्ट हर्निया को ठीक करने में सहायता करता है।
  3. 3. अगर हर्निया ज्यादा बड़ा नहीं है तो डॉक्टर बेल्ट लगाने की सलाह देते है। और कुछ दवाओं का सेवन करने के लिए कह देते हैं। जिससे हर्निया बिना ऑपरेशन से ठीक हो सके।
  4. 4. अगर हर्निया के उपचार के लिए सर्जरी कराने की नोबत आ जाती है तो बेल्ट का इस्तेमाल से निदान और सर्जरी की बीच की दूरी में यह असहजता का काम करेगी।
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हर्निया बेल्ट के नुकसान ?

हर्निया बेल्ट के नुकसान बहुत कम देखने को मिलते हैं। लेकिन कभी – कभी रोगीयों को हर्निया बेल्ट से बहुत से परेशानियों का सामना कर पड़ जाता है।

  1. 1. जब आप हर्निया को ठीक करने के  लिए बेल्ट का इस्तेमाल करते हैं तब शुरुआत में बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन धीरे – धीरे इसे पहनने की आदत हो जाती है।
  2. 2. हर्निया बेल्ट का इस्तेमाल बहुत लंबे समय तक या ठीक से ना पहनने से स्ट्रगुलेशन होने का डर रहता है। क्योंकि इसे ठीक से ना पहनने से रक्त का परिसंचरण सही से नहीं हो पाता और मरिज को उल्टी, जी मचलाना और जिस जगह की सर्जरी हो रखी होती है उस जगह पर दर्द होने लगता है। ऐसे में रोगी को फिर से उपचार कराना पड़ सकता है।
  3. 3. बहुत बार ऐसा होता है कि रोगी को बेल्ट पहनने से कोईृ दिक्कत नहीं होती है। लेकिन फिर भी हर्निया फिर भी बढ़ जाता है, रोगी को इसके बारे में पता ही नहीं चल पाता। तो बीच – बीच में इसका इलाज कराते रहें और पता करते रहें कि हर्निया बढ़ तो नहीं रहा अब इसकी सर्जरी की जरुरत तो नहीं है।   
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हर्निया बेल्ट लेने से पहले इन बातों का रखें ख्याल?

हर्निया बेल्ट लेने से पहले इन बातों का ख्याल रखें…

  1. 1. हर्निया के लिए अलग – अलग बेल्ट होते हैं। तो जब भी आप बेल्ट लेने जांए तब प्रकार जानने और सही बेल्ट का इस्तेमाल करें।
  2. 2. हर्निया बेल्ट लेने से पहले, हर्निया किस जगह है उसका पता करें तब बेल्ट लें नहीं तो हर्निया अपनी जगह से खिसक सकता है। 
  3. 3. अगर आपको हर्निया है तो ज्यादा बल काम नहीं कर सकते हैं। उसके लिए बेल्ट लेने की जरूरत होती है। इससे आपको बहुत हद तक सहायता मिलेगी। 
  4. 4. अगर रोगी को कोई सर्जरी हुई है तो हर्निया को संभालने में बेल्ट बहुत मदद करेगा। 
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हर्निया बेल्ट की जरूरत किसे पड़ सकती है?

जिन लोगों को अलग अलग प्रकार का हर्निया है। उन लोगों को हर्निया बेल्ट पहनना बहुत जरुरी हैं। और इन हर्निया के नाम कुछ इस प्रकार है – फीमोरल हर्निया, एपीगैस्ट्रिक हर्निया, इंसिज़नल हर्निया, इन्गुइनल हर्निया, पैरास्टोमल हर्निया और अम्बिलिकल हर्निया वालों को इस बेल्ट की आवश्यकता हो सकती है।

अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल

क्या हर्निया ऑपरेशन के बिना ठीक हो सकता है?

नहीं, बिना सर्जरी के हर्निया का इलाज नहीं किया जा सकता है। सर्जरी से ही हर्निया को ठीक किया जा सकता है। अच्छी खबर यह है कि प्रौद्योगिकी में प्रगति के साथ, अधिकांश हर्निया का इलाज अब लेप्रोस्कोपी/रोबोटिक प्रणाली का उपयोग करके कीहोल सर्जरी द्वारा किया जा सकता है। यहां तक कि आकस्मिक और जटिल हर्निया का इलाज न्यूनतम इनवेसिव रोबोटिक सर्जरी द्वारा किया जा सकता है।

हर्निया में क्या क्या नहीं खाना चाहिए?

हाइटल हर्निया: खाद्य पदार्थ जो लक्षण पैदा कर सकते हैं

  • 1. संतरे, अंगूर, और नींबू, और संतरे का रस, अंगूर का रस, क्रैनबेरी का रस और नींबू पानी सेवन करने से बचें।
  • 2. चॉकलेट।
  • 3. चिकन खाने से बचें।
  • 4. लहसुन और प्याज।
  • 5. मसालेदार भोजन।
  • 6. पुदीना और भाला।
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हर्निया को कैसे खत्म करें?

स्वस्थ आहार खाकर और व्यायाम करके आदर्श शरीर के वजन को बनाए रखें।

कब्ज से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में फल, सब्जियां और साबुत अनाज खाएं।

वजन या भारी वस्तु उठाते समय सही रूप का प्रयोग करें। 

लगातार खांसी या छींक आने पर डॉक्टर से मिलें।

हर्निया के मरीज को क्या सावधानी बरतनी चाहिए?

सर्जरी के बाद गतिविधि पर कोई चिकित्सीय या शारीरिक प्रतिबंध नहीं हैं। इसका मतलब है कि चलना, सीढ़ियाँ चढ़ना, उठना, संभोग करना, घास काटना, या व्यायाम तब तक ठीक है जब तक कि यह चोट न पहुँचाए। वास्तव में, जितनी जल्दी हो सके सामान्य गतिविधि पर लौटने से आपके ठीक होने की संभावना बढ़ जाएगी।

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